PM Kusum Solar Subsidy Yojana 2024: पीएम कुसुम योजना सरकार खेतो मे सोलर पैनल लगवाने के लिए दे रही है 90% सब्सिडी

PM Kusum Solar Subsidy Yojana: कुसुम योजना किसानों को सौर पंप और ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक ऊर्जा की आवधिकता को कम करना और सौर संयंत्रों से उत्पन्न अधिशेष बिजली को ग्रिड को बेचकर किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत प्रदान करना है। कुसुम योजना की मदद से किसान की जमीन पर बनने वाली बिजली से देश के गांवों में भी बिजली की 24 घंटे आपूर्ति संभव हो सकती है। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसानों को बिजली और डीजल पर खर्च नहीं करना पड़ता है और बिजली पर उनकी निर्भरता भी कम हो जाती है।

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PM Kusum Solar Subsidy Yojana

जहाँ फीडरों को पहले ही कृषि प्रयोजनों के लिए अलग किया गया है, वहाँ योजना के तहत पर्याप्त मात्रा में सौर विद्युत संयंत्रों की स्थापना करके फीडरों को सौरीकृ त किया जा सकता है। कृषि फीडरों के सौरीकरण के लिए भारत सरकार द्वारा 30 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इससे पूंजीगत लागत और विद्युत की लागत में कमी आएगी। किसानों को सिंचाई के लिए निःशुल्क या उनके संबंधित राज्य द्वारा निर्धारित टैरिफ पर निश्चित तौर पर दिन के समय में बिजली उपलब्ध होगी। ।

इस योजना से किसानों की डीजल और मिट्टी के तेल पर निर्भरता कम होगी और वे इससे पैदा होने वाली अतिरिक्त बिजली को किसी भी कंपनी को बेच सकेंगे. इस योजना से किसान सौर ऊर्जा पैदा कर सकेंगे और इसे ग्रिड को बेच सकेंगे, यानी उनकी आय में भी वृद्धि होगी।

बिजली के साथ सिचाई भी, कुसुम योजना का सहारा! (Irrigation, along with electricity, is supported by the KUSUM Yojana)

  • कुसुम योजना के अंतर्गत, भारत सरकार ने सौर ऊर्जा के उत्पादन को 25 सालों तक खेत मालिकों के लिए उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इस योजना से कृषि भूमि मालिकों को न केवल स्वतंत्रता से बिजली का उपयोग करने का मौका मिलेगा बल्कि सौर ऊर्जा का भी उपयोग करके वे अपनी खेतों को समय पर सिंचाई कर सकेंगे। इससे खेती के लिए सौर ऊर्जा एक नयी हरित क्रांति का आधार बनेगी जो स्थायी और लगातार आमदनी का स्रोत भी बनेगी।

किसानों की आय में वृद्धि (Enhancing Farmer’s Income)

  • किसानों की आय बढ़ाना सबसे महत्वपूर्ण नीतिगत प्राथमिकताओं में से एक है। कुसुम योजना किसानों की डीजल पर निर्भरता कम करते हुए ऊर्जा का एक विश्वसनीय और लागत प्रभावी स्रोत प्रदान करके उनकी आय बढ़ाने का प्रयास करती है। योजना के तहत, किसान सौर पंप स्थापित कर सकते हैं और सौर पैनल से बिजली सिंचाई प्रणाली तक बिजली पैदा कर सकते हैं, जिससे उनके बिजली के बिल में कमी आ सकती है। इसके अतिरिक्त, यह योजना किसानों को किसी भी अधिशेष सौर ऊर्जा को ग्रिड में वापस बेचने की अनुमति देती है, जो उनके लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान करती है।

पीएम कुसुम योजना का उद्देश्‍य

  • पीएम कुसुम योजना का मुख्‍य उद्देश्‍य भारत देश के सभी किसानों के खेतों में सौर ऊर्जा से बिजली का उत्‍पादन करके सिंचाई के लिए पानी उपलब्‍ध कराना है। डीजल से चलने वाले पंपों का उपयोग बंद कराना जिससे पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी। पीएम कुसुम योजना में केन्‍द्र सरकार द्वारा 60 प्रतिशत अनुदान और 30 प्रतिशत ऋण दिया जाएगा और किसान सिर्फ कुल लागत का 10 प्रतिशत ही खर्च करना पड़ता है। इस योजना की सहायता से सरकार सौर ऊर्जा द्वारा बिजली का उत्‍पाादन करवाना चाहती है। ताकि बिजली कमी को दूर किया जा सके। गांव-गांव में बिजली को पहुचाया जाए के उद्देश्‍य के साथ इस योजना का निर्माण किया गया है।

पीएम कुसुम योजना का लाभ

  • इस योजना के भारत देश के किसानो को सोलर पम्प प्रदान किये जायेगे।
  • किसानों की आय बढ़ेगी।
  • पीएम कुसुम योजना का लाभ भारत देश के सभी किसान उठा सकते है और सोलर पंप की मदद से आसानी से अपने खेतो में सिचाई कर सकते है।
  • योजना से उन किसानों को लाभ होगा, जिनके खेतों के आसपास बिजली नहीं पहुची है।
  • योजना से किसान इलेक्ट्रिक सब स्‍टेशनों के पास अपनी भूमि पर सोलर पावर प्‍लांट्स को लगाकर अतिरिक्‍त बिजली उत्‍पादित करके अपनी आय में वृद्धि कर सकते है।
  • डीजल के इस्तेमाल से होने वाले खर्च एंव प्रदूषण पर रोक लगेगी।
  • किसानों को कुल लागत का 10 प्रतिशत ही खर्च करना पड़ेगा।

पीएम कुसुम योजना के दस्‍तावेज (पात्रता)

  1. आवेदक भारत देश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
  2. आवेदक के पास किसान कार्ड होना चाहिए ।
  3. आधार कार्ड
  4. निवास प्रमाण पत्र
  5. भूमि के कागज़ात
  6. मोबाइल नंबर
  7. पासपोर्ट साइज फोटो

PM Kusum Yojana Registration In Hindi: पीएम कुसुम योजना का फाॅर्म कैसे भरे?

प्रथम चरण

सर्वप्रथम आवेदक को योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा।

आपको इस होम पेज पर आपको पीएम-कुसुम योजना ‘ब’ का ऑप्शन दिखाई देगा। आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने नया पेज खुल जायेगा। आपको इसमें नवीन आवेदन करे ऑप्‍शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा।

Mobile number दर्ज करने के बाद OTP भेंजे बटन पर क्लिक करना होगा। एप्ली‍केशन मोबाइल पर OTP भेजकर सही नंबर की जॉंच करेगा। OTP सत्यापन के उपरांत कृषक की सामान्य जानकारी दर्ज की जानी होगी।
इसके बाद आपको सामान्य जानकारी जैसे आवेदक का नाम ,जिला ,तहसील , गांव आदि सभी जानकारी भरनी होगी। सभी जानकारी भरने के बाद आपको नेक्‍स्‍ट के बटन पर क्लिक करना होगा।

फिर एक बार सामान्य जानकारी भरने के उपरांत आपको न‍िम्न अनुसार स्क्रीन प्राप्त होगी। यहॉं पर कृषक का आधार ईकेवायसी, बैंक अकाउण्ट संबंधी जानकारी, जात‍ि स्वाघोषणा, जमीन से संबंध‍ित खसरे की जानकारी एवं चाहे गए सोलर पंप की जानकारी दर्ज की जानी होगी। ज‍िसके प्रत्ये‍क चरण नीचे द‍िए गए हैं-

दूसरा चरण

Solar Pump Scheme Application Form का पहला चरण भरने के बाद दूसरे चरण में आगे का फॉर्म भरना है।

यहॉं पर कृषक का आधार ईकेवायसी, बैंक अकाउण्ट संबंधी जानकारी, जात‍ि स्वघोषणा, जमीन से संबंध‍ित खसरे की जानकारी एवं मनपसंद सोलर पंप की जानकारी दर्ज की जानी होगी। ज‍िसके प्रत्ये‍क बिंदु नीचे द‍िए गए हैं-

1 – आधार eKYC – क‍िसी भी व्यक्ति की पहचान को स्थाप‍ित करने के ल‍िए केवायसी क‍िया जाता है। योजना के अनुरूप आधार आधार‍ित ई- केवायसी (e-KYC) किया जाना आवश्यक है। इसे करने के ल‍िए दो आप्शन उपलब्ध कराये गए हैं (i) OTP द्वारा (ii) बायोमेट्रिक द्वारा। ज‍िसका मोबाइल नंबर आधार से ल‍िंक नही है, उसका eKYC बायोमेट्रिक मशीन द्वारा क‍िया जा सकता है।

eKYC होने पर न‍िम्न अनुसार स्क्रीन प्राप्त होगी।

यद‍ि क‍िसी कारणवश आधार eKYC नही हो पाता है तो पोर्टल 3 प्रयासों के बाद स्वघोषणा पर आगे की कार्यवाही जारी रखेगा। यहॉं यह उल्लेखनीय है क‍ि ऐसे प्रकरणों में दी गयी जानकारी का अलग से सत्यापन कराया जा सकता है एवं क‍िसी तरह की भ्रामक एवं गलत जानकारी देने पर आवेदन खार‍िज क‍िया जा सकता है।

2 – बैंक अकाउंट की जानकारी- आवेदक की बैंक संबंधी जानकारी रखने का उद्देश्य यह है क‍ि यद‍ि प्रकरण योजना अंतर्गत स्वीकृत नही होता है या कृषक भव‍िष्य में योजना अंतर्गत लाभ नही लेना चाहता है। तब पंजीकरण शुल्क / जमा क‍िए गए कृषक अंश को द‍िए गए बैंक अकाउण्ट में वाप‍िस जमा कराया जा सके।

3 – समग्र की जानकारी (वैकल्पिक)- आवेदक की डेमाग्राफ‍िक जानकारी के ल‍िए आवश्यक है क‍ि उसका समग्र आईडी के माध्यम से सत्यापन क‍िया जावे। यहॉं पर आवेदक को अपना समग्र आईडी तथा पर‍िवार आईडी की जानकारी दर्ज करना होगा।

4 – जातिवर्ग की जानकारी- आवेदक को अपनी जाति‍वर्ग (सामान्य, अन्य् प‍िछडा वर्ग, अनुसूच‍ित जात‍ि एवं अनुसूच‍ित जनजात‍ि) संबंधी स्वप्रमाणित घोषणा की जानी अन‍िवार्य है।

खसरा मैपिंग की जानकारी – योजना प्रावधान अंतर्गत राज्य में कृष‍ि भूम‍ि पर ही योजना का लाभ ले सकते हैं। कृष‍ि भूम‍ि के सत्यापन के ल‍िए आवेदक के आधार नंबर से ल‍िंक खसरे को चुनना होगा। यद‍ि भूअभ‍िलेख से खसरे प्राप्त नही होते हैं तो आवेदक अन्य‍ खसरे चुन सकता है एवं आगे की कार्यवाही जारी रख सकता है। चुने गए अन्य खसरे का सत्यापन अलग से कि‍या जा सकता है।

आधार से जुडे खसरे प्राप्त करना – यद‍ि कृषक के खसरे की जानकारी आधार से जुडी हुई है तो स‍िस्टम स्वत: ही खसरों की सूची ले आवेगा। इसके किये संबंध‍ित कृषक का eKYC होना आवश्यक है।

यद‍ि संबंध‍ित कृषक के खसरे आधार से संलग्न नही हैं तो अन्य खसरे ल‍िंक करने के ल‍िए क्लिक करें।

यहॉं से कृषक की भूम‍ि ज‍िस भी ग्राम में है, उस ग्राम को चुनें, स‍िस्ट‍म चुने गए ग्राम के समस्त खसरे सूची में उपलब्ध करावेगा। ध्या‍न रहे क‍ि ग्राम चुनने पर सभी खसरे की सूची प्राप्त करने में स‍िस्टम को कुछ समय लगता है इसलिए थोड़ा इंतजार करना होगा।

अब चुने गए खसरे को जोडने के लि‍ए (अन्य चुने खसरे ल‍िंक करने के ल‍िए क्लिक करें) बटन को क्लिक करें।

अंत में (मैं प्रमाण‍ित करता/ करती हूँ क‍ि मेरे द्वारा दी जा रही उपरोक्त जानकारी पूर्णत: सत्य है), के चेकबाक्स को चुनकर स्वप्रमाणन देते हुए खसरे चुनकर सुरक्षित करें बटन पर क्लिक करें।

सोलर पंप जानकारी – अंत में चाहे गए सोलर पंप की जानकारी नीचे द‍िए गए फाॅर्म अनुसार दर्ज की जानी होगी। यहां उल्लेखनीय है क‍ि खसरा नंबर फील्डज में केवल वही खसरे नंबर आवेगें जो क‍ि पूर्व चरण में जोडे गए हैं।

जैसे ही आप सोलर पंपिंग सिस्टम का प्रकार चुनेगें, उसके नीचे दी गयी टेबल में कृषक अंश की राश‍ि आ जावेगी। अब सुरक्षित करें पर क्लिक करके आवेदन के अंत‍िम चरण में जा सकते हैं।

अब अंत में पोर्टल सभी भरी गयी जानकारी को प्रदर्शित करेगा। यहॉं पर जॉंच कर लेवें। आवश्यक होने पर क‍िसी भी चरण पर जाकर जानकारी को बदला जा सकता है।

सबसे अंत में आवेदक को योजना की दी गयी शर्तें तथा दी गयी जानकारी की सत्यता संबंधी स्वाघोषणा द‍िए गए चेकबाक्स पर क्लिक कर करनी होगी।

यहॉं से जानकारी को प्रिंट कर भव‍िष्य के ल‍िए सुरक्षित रखा जा सकता है। आवेदन को सुरक्षित करने पर पोर्टल आवेदन क्रमांक आवंट‍ित कर SMS के माध्यम से सूच‍ित करेगा तथा आपको ऑनलाइन पेमेण्ट हेतु आगे बढ़ायेगा।

पेमेण्ट हो जाने पर आवेदक को आवेदन क्रमांक प्राप्त हो जावेगा तथा SMS के माध्यम से भी सूचना प्राप्त हो जावेगी।

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